तंबाकू सेहत के लिए खतरनाक-शिवानी जैन एडवोकेट
ऑल ह्यूमन सेव एंड फॉरेंसिक फाउंडेशन डिस्टिक वूमेन चीफ शिवानी जैन एडवोकेट ने कहा कि तम्बाकू सेहत के लिए कितना खतरनाक है ये जानते हुए भी लोग इसके इस्तेमाल से परहेज नहीं करते। ऐसे में सेहत पर पड़ने वाले इसके खराब प्रभावों के बारे में जागरुकता बढ़ाने और दुनिया भर में तम्बाकू के इस्तेमाल को कम या बंद करने को लेकर जागरूकता अभियान चलाया गया।
थिंक मानवाधिकार संगठन एडवाइजरी बोर्ड मेंबर डॉ कंचन जैन, डॉ सुनीता चौहान ने कहा कि तम्बाकू न केवल इसे उगाने और खाने वालों की सेहत पर बुरा असर डालता है बल्कि ये पर्यावरण के लिहाज से भी काफी नुकसानदायक है क्योंकि ये डिफॉरेस्टेशन (पेड़ों की कटौती) को बढ़ावा देता है। तम्बाकू में खैनी, गुटखा और सुपारी जैसी चीजें शामिल हैं, जो जानलेवा होती हैं।
मां सरस्वती शिक्षा समिति के प्रबंधक
डॉ एच सी विपिन कुमार जैन, संरक्षक डॉ आरके शर्मा, निदेशक डॉक्टर नरेंद्र चौधरी, आलोक मित्तल एडवोकेट, ज्ञानेंद्र चौधरी एडवोकेट, शार्क फाउंडेशन की तहसील प्रभारी डॉ एच सी अंजू लता जैन, बीना एडवोकेट, आदि ने कहा कि भारत में तंबाकू का उपयोग विभिन्न रूपों में होता है। इसके अलावा, देश में तंबाकू का सेवन सिगरेट, बीड़ी और सिगार में किया जाता है।
उन्होंने कहा कि भारत तंबाकू आधारित उत्पादों का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता और उत्पादक है। तंबाकू का सेवन, बहुत सारे रोगों जैसे- कैंसर, फेफड़ों की बीमारियों और हृदय रोगों सहित स्वास्थ्यगत बीमारियों के मुख्य कारकों में से एक है।
शिवानी जैन एडवोकेट
डिस्ट्रिक्ट वूमेन चीफ